मंदमोहन का राष्ट्र के नाम संदेश:
1. सब्सिडी कम करना मजबूरी था: -- सही कहा क्योंकि जो 5 लाख करोड़ का बेलआउट कोर्पोरेट्स को आपने दिया वो कहाँ से कवर करते ...!!!! 2. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल के दाम बढ़ने से दाम बढ़ाए: -- चलिये मान लिया...पर अब जो दाम तेज़ी से कम हो रहें है तो कम क्यों नहीं कर रहे हों ये बताओ ज़रा...!!! 3. तेज़ आर्थिक विकास के लिए फैसले लिए: --- तेजी से बाकी बचे हुये किसान भी मरजाएँ...तेजी से कॉर्पोरेट फ़ार्मिंग आ जाये...तेजी से दुकानदार मर जाएँ...तेजी सेवालमर्ट,टेस्को, मेट्रो ,कारफ़ौर देश पे कब्जा करले.....!!! 4. संकट का सामना करने लिए कड़े कदम उठाए--- ये संकट भी तुम्हारे घोटालो का परिणाम है मन्नू...!! 5. कीमतों बढ़ने के बाद भी भारत में दाम बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान से कम है.--दिखा दी ना औकात....के तुम्हारा कोंपीटीशन किससे है...सिंगापुर, थायलैंड,जापान,को रिया का नाम नहीं लिया जहां दामहमसे कम हैं....!!!! 6. विदेशी किराना से व्यापारियों को खतरा नहीं है--- बिलकुल सही कहा जब ज़िंदा ही नहीं बचेंगे तो ख़तरा कैसा...!! 7. देश की तेज़ विकास के लिए हर मुमकिन कोशिश करूंगा:----वाह वाह...और इनके लिए देश की परिभाषा सोनिया,राहुल,प् रियंका,उसका पति और उसकी औलाद हैं...!!! 8. किसी के बहकावे में नहीं आएं: ---क्यूंकी अगर आ भी गए तों क्या उखाड़ लोगे....2-4 बंद और कर लोगे और क्या...!!!! 9.कड़े कदम उठाने का समय आ गया है:---सही है अभी तक इटलीराज़ था अब अफगानराज होगा॥!! 10॰ पैसा पेड़ो पर नहीं उगता:----जी हमे मालूम है...वो तों असल मे कोयले की खदानों मे से निकलता है वाह रे मंदमोहन......क् या नमक घिसा है हमारे खून से रिसते घावों पर....!!!! किया है तूने जो अपमान याद रखेगा हिंदुस्तान...!! !!! महावीर प्रसाद ( एक असली हिन्दूराष्ट्रवा दी और गौ रक्षक ) के द्वारा — |
Tuesday, September 25, 2012
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