अमेरिकी ऋण संकट टला, कर्ज सीमा बढ़ाने पर सहमति
वाशिंगटनः अमेरिका का ऋण संकट फ़िलहाल टल गया लगता है. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि प्रमुख सांसदों के बीच वित्तीय घाटा कम करने और कर्ज भुगतान में चूक होने से बचने के मामले में सहमति बनी है. कर्ज की किस्त के जरुरी भुगतान में एक बार चूक होने पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिये इसके घातक परिणाम होते.समझौता होने के बाद ओबामा ने व्हइट हाउस प्रेस को देर रात बताया, दोनों सदनों में दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच समझौता हो गया है. यह समझौता घाटा कम करने और समय पर भुगतान में मदद करेगा. कर्ज का भुगतान समय पर नहीं होने से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिये खतरनाक स्थिति होती. उन्होंने बताया, समझौते के पहले भाग के तौर पर अगले दस साल में खर्चों में एक हजार अरब डालर की कटौती होगी, इस प्रक्रिया को दोनों ही पक्ष जल्द शुरु करने के पक्ष में हैं.
उन्होंने कहा, कटौती के परिणामस्वरुप सालाना घरेलू खर्च पिछले कई सालों में सबसे कम होगा. फ़िर भी यह ऐसा स्तर होगा जहां हम शिक्षा और अनुसंधान जैसे रोजगार सृजन वाले कार्यों में निवेश कर सकेंगे. दोनों दलों के बीच हुये इस समझौते के बाद कर्ज सीमा बढ़ेगी और खर्चों में 2,000 अरब डालर से लेकर 3,000 अरब डालर के बीच कटौती होगी.ओबामा ने सवालिया लहजे में कहा, क्या इसी तरह की डील को हमें प्राथमिकता देनी चाहिये थी. नहीं, मेरा मानना है कि हमें सख्त कदम उठाने चाहिये थे मसलन. पात्रता अथवा हकदारी सुधार और कर सुधार. जैसे क्षेत्रों में तुरंत शुरुआत की जानी चाहिये थी बजाय इसके कि हम विशेष संसदीय समिति प्रक्रिया के जरिये इस मामले के हल की तरफ़ बढ़ते.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हालांकि कहा, जो भी सहमति बनी है उससे घाटे को कम करने के लिये गंभीरता के साथ भुगतान करना होगा, इससे प्रत्येक दल को वर्ष की समाप्ति तक संतुलित योजना तैयार करने का समय मिल जायेगा. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे हम भुगतान में चूकने से बच जायेंगे और अमेरिका इस संकट से बच जायेगा. ओबामा ने कहा, इसमें इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि हम अगले छह महीने, आठ महीने अथवा 12 महीने में फ़िर से इसी तरह के संकट का सामाना नहीं करना पड़े. इससे हमारी अर्थव्यवस्था में छाये ऋण संकट और अनिश्चितता के बादल छंटने शुरु हो जायेंगे.
ओबामा ने दोनों पार्टियों के सदस्यों से आग्रह किया कि वह इस सहमति पर अगले कुछ दिन में अपने वोट देकर समर्थन व्यक्त करें. इससे हम भुगतान नहीं करने के दाग से बच जायेंगे, इससे हम अपने बिलों का भुगतान कर सकेंगे, इस समझौते के जरिये हम अपने घाटे को जिम्मेदारपूर्ण तरीके से कम करने की शुरुआत कर सकेंगे
No comments:
Post a Comment