Sampurn Gyan
MY PLEASURE TO INFORM YOU
Friday, August 5, 2011
संसकारशील एव एक अदभूत वाणी और भाषा है संस्कृत इस भाषा को यूही देव वाणी नही कहा जाता है इसकी सार्थकता और वैज्ञानिक्ता अब तो पुरे विश्व पट्ल पर सिद्द हो चुका है अत आप भी इस भाषा का ज्ञान ले और अपनी बुद्धि का विस्तारित करे और प्रामाणिकता सुदृढ़ करे
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