Monday, July 11, 2011

मानव शक्ति से चलने वाले पहले हेलीकॉप्टर का निर्माण

मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी एक इतिहास बनाने के लिए अपनी कमर कस चुके हैं. हाल में उन्होंने मानव शक्ति से चलने वाले पहले हेलीकॉप्टर का निर्माण किया है. इस हेलीकॉप्टर का निर्माण करने वाली विद्यार्थियों की टीम ने अपनी इस रचना को ‘गेमेरा’ नाम दिया है.
खास किस्म के पैडल से ‘गेमेरा’ आसमान में उड़ेगा. यदि विद्यार्थियों का यह हेलीकॉप्टर अपनी पहली उड़ान में तीन मीटर की ऊंचाई पर 60 सेकेंड तक 10 मीटर वर्ग के ऐरया में आसमान में एक ही जगह मंडराता रहा, तो उसकी उड़ान सफ़ल मानी जायेगी. उड़ान सफ़ल होने पर विद्यार्थियों की टीम को ढाई लाख डॉलर ईनाम के तौर पर दिये जायेंगे. अपनी रचना की सफ़लता के साथ यह टीम एक विश्व रिकॉर्ड बनाने में भी कामयाबी हासिल कर लेगी, क्योंकि इस तरह के हेलीकॉप्टर को पहली बार जूडी वेक्सलर नाम की एक लड़की चलायेगी, जो मैरीलैंड यूनिवर्सिटी में लाइफ़ साइंस की स्टूडेंट है.
इस तरह का पहला प्रयोग यानी मानव शक्ति से उड़ान भरने का प्रयास ‘दा विंसी 3’ ने 1989 में किया था, लेकिन दा विंसी 3.8 इंच की ऊंचाई पर मात्र 7.1 सेकेंड तक ही उड़ान भर पाया था. इसके बाद दूसरा हेलीकॉप्टर 1994 में ‘यूरी’ नाम का बनाया गया. इसने भी 20 सेमी की ऊंचाई पर मात्र 19.46 सेकेंड तक ही उड़ान भरी थी

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