Sunday, July 10, 2011

जले ठूँठ पर बैठकर गई कोकिला कूक , बाल न बाँका कर सकी शासन की बन्दूक ।




ब्रिटेन का सबसे लोकप्रिय अख़बार बंद

न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड
ब्रिटेन के सबसे अधिक बिकने वाले अख़बार न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड का आखिरी अंक रविवार को प्रकाशित हो गया है. अख़बार के मुखपृष्ठ का शीर्षक है- थैक्यू एंड गुडबाय.
शनिवार को कर्मचारियों के साथ अख़बार के दफ्तर से बाहर जाते हुए संपादक कॉलिन मेयर ने कहा, "हम जिन हालात में हैं हमें वहाँ नहीं होना चाहिए था और हम इस स्थिति में होने के पात्र नहीं हैं."
फोन हैकिंग से जुड़े विवादों के बाद अख़बार को बंद करने का फ़ैसला किया गया था. पिछले 168 वर्षों से छप रहा यह अख़बार ब्रिटेन का सबसे लोकप्रिय अख़बार माना जाता था और रविवार को इसकी प्रतियां हाथों हाथ बिक जाती थीं.
अख़बार ने अपने संपादकीय में क्षमायाचना छापी है - "सीधे-सीधे कहें, हम रास्ते में कहीं भटक गए."

रूपर्ट मर्डोक

सेलिब्रिटी स्कूप के लिए मशहूर न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड के आखिरी अंक में कोई विज्ञापन नहीं दिया गया है और अख़बार के पहले पन्ने पर शीर्षक है- थैंक्यू एंड गुडबाय.
यह अख़बार मीडिया मुगल रुपर्ट मर्डोक के न्यूज़ कॉरपोरेशन का हिस्सा था.
रूपर्ट मर्डोक अख़बार से जुड़े फ़ोन हैकिंग के विवाद को सुलझाने के लिए ब्रिटेन पहुँचनेवाले हैं.
कुछ दिनों पहले ये बात सामने आई थी कि अख़बार ने अवैध तरीके से लोगों के फोन हैक किए थे जिसके बाद से मामले की जांच शुरु हो गई थी और मामला गंभीर होता चला गया था.
इसी मामले में अख़बार के पूर्व संपादक को गिरफ़्तार भी किया गया था. मामले की नज़ाकत को देखते हुए इसी हफ्ते कंपनी ने अख़बार को पूरी तरह से बंद करने की घोषणा कर दी थी.
ये हमारे साढ़े सत्तर लाख पाठकों को श्रद्धांजलि है - ये आपके लिए है. और कर्मचारियों से कहुँगा, शुक्रिया.
कॉलिन मेयर, संपादक
अख़बार के बंद होने से कम से कम 200 कर्मचारी बेरोज़गार हो रहे हैं लेकिन अभी साफ नहीं है कि न्यूज़ कॉर्प उन्हें अपने अन्य अख़बारों में नौकरी देता है या नहीं.
न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड हर रविवार को प्रकाशित होता था और 168 सालों के इतिहास में अख़बार ने धनी और शक्तिशाली लोगों के कई ग़लत कार्यों का पर्दाफ़ाश किया था.
इसके साथ ही अख़बार सेलिब्रिटी गॉसिप में भी सबसे आगे माना जाता था लेकिन दस जुलाई को इस अख़बार का अंत हो गया है.

जाँच

कर्मचारियों के सामने एक संक्षिप्त भाषण देते हुए कॉलिन मेयर ने समाचारपत्र का 8,764वां संस्करण हाथ मे लिया और कहा, "ये हमारे साढ़े सत्तर लाख पाठकों को श्रद्धांजलि है - ये आपके लिए है. और कर्मचारियों से कहुँगा, शुक्रिया."
रूपर्ट मर्डोक ने कहा है कि अख़बार की पूर्व संपादक और उनकी मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिबेका ब्रुक्स को उनका पूरा समर्थन है.
सासंदो को भेजी गई एक चिट्ठी में ब्रुक्स ने कहा है कि संपादक के तौर पर ह्त्या की शिकार हुई स्कूली छात्रा मिली डाऊलर और किसी के फ़ोन हैंकिंग की ख़बर उन्हें नहीं थी.
विपक्षी लेबर पार्टी ने पूरे मामले की न्यायिक जाँच की मांग की है ताकि न्यूज़ ऑफ द वर्ल्ड के बंद होने के बाद उससे जुड़े सबुत न समाप्त हो जाएं.
समाचारपत्र पर राजनीतिज्ञों, जानी-मानी हस्तियों और अपराध के शिकार हुए लोगों के फ़ोन हैकिंग का आरोप है. पुलिस का मानना है कि तक़रीबन 4,000 लोग इस हैकिंग का शिकार हुए होंगे.
सरकार ने इस मामले में दो अलग-अलग जाँच के आदेश दिए हैं. पहली जाँच के मुखिया एक जज हैं जो समाचारपत्रों की गतिविधियों पर एक रिपोर्ट तैयार करेगा.
दूसरे दल को ये देखना है कि ये मामला साल 2006 में फ़ोन हैकिंग पर हुई एक पुलिस छानबीन में क्यों सामने नहीं आ पाया था.
प्रश्न : कितने प्रतिशत के साधारण ब्याज पर कोई धन १० वर्ष में दुगना हो जाएगा ?

हल का तरीका :- बहुत सरल है । जब भी प्रतिशत का प्रश्न हो १०० को आधार मान कर करना सरल होता है । मान ले की १०० रुपये थे १० वर्ष में दुगने हो गए २०० रुपये हो गए ।१०० रुपये ब्याज हुआ १० वर्ष में । एक वर्ष में १० रुपये । यही १० % उत्तर हुआ क्योंकि एक वर्ष में १०० पर ब्याज ही तो उस ब्याज के दर हुई ।

. चलिए वैदिक गणित पर आगे चर्चा करेंगे। पहले अगले अद्याय की ओर बढ़ते है ।

साधारण व्याज :- अधिकतर बच्चे इसको जानते होंगे पर फ़िर भी थोड़ा मूलभूत बातों को दोहरा कर आगे बढे ।

साधारण ब्याज = (मूलधन x ब्याज के दर x समय ) / 100


उदाहरण :- यदि मूलधन 1200 हो 6 % प्रति वर्ष ब्याज की दर हो और 9 महीने के लिए ब्याज लिया गया हो तो साधारण ब्याज होगा

साधारण ब्याज = {1200 x 6 x (9/12)}/100 =(1200 x 6 x 3)/100 x 4=54 Rs.

यह साधारण ब्याज का अत्यन्त सरल प्रश्न है और इसको मौखिक हल करने में कोई दिक्कत नही होनी चाहिए । एक वर्ष का ब्याज निकाल कर फ़िर 3/4 कर दे क्योंकि 9 महीना 12 महीने का 3/4 है ।

. गुणा करने का आसान तरीका

आज चलिए गुणा करने का आसान तरीका सीखते हैं । क्या आप नीचे दिए गए गुणा को सीधे एक लाइन में हल कर सकते हैं
७४३
५६९
४२२६६७

ठीक इसी तरह आप भी एक लाइन में हल कर सकते हैं । इसके लिए पहले २ अंको का गुणा सीखते हैं
विधि को नीचे तीन स्टेप में बताया गया

















6
3
5
9



7







पहले आप इकाई के दो अंको का


गुणा करके लिखे और हासिल हो हासिल अलग
लिख ले जैसे इस उदाहरण में
9 का 3 से गुणा करके 7 लिख कर
2 हासिल ले ले

















6
3
5
9


1
7








फ़िर आप diagonal गुणा करे और उन दोनों का
गुणा और हासिल टोटल करके अंक लिख
ले व हासिल अलग लिख ले पहले आप इकाई के दो अंको का
गुणा करके लिखे और हासिल
6 x 9 = 54 और 5 x 3 =15 इन दोनों का योग =69 + हासिल
2 =71 का 1 लिखे
और हासिल 7 हो गया

















6
3
5
9
3
7
1
7








अब अंत की दोनों संख्याओं का
गुणा करके हासिल जोड़ कर लिख दे जैसे इस
उदाहरण में 6 x 5 =
30 और 7 हासिल के कुल 37 लिख दे बस हल हो गया ।








आपका बच्चा गणित में कमजोर तो नहीं


ज्यादातर छात्रों को गणित मुष्किल विशय लगता है लेकिन कुछ छात्रों के गणित में कमजोर होने का कारण डिसकैलकुलिया नामक स्नायु बीमारी (न्यूरोकोगनिटिव डिसआर्डर) है। इस बीमारी से पीड़ित बच्चे बुनियादी संख्यात्मक और गणित अवधारणायें नहीं सीख पाते। इसलिए डिसलेक्सिया के समान ही डिसकैलकुलिया से पीड़ित बच्चों को भी शिक्षा की मुख्य धारा में लाने के लिए विशेष प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इसके लिए विश्व भर के वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों ने एक आवश्यक तंत्रिका नेटवर्क की स्थापना की है जो डिसकैलकुलिया से पीड़ित व्यक्ति के दिमाग के नेटवर्क में अंकगणित और इससे संबंधित असमान्यताओं का पता लगाता है।
डिसकैलकुलिया एक प्रकार का डिसलेक्सिया है और मैथेमैटिक्स डिसलेक्सिया के नाम से जाना जाता है। हालांकि डिसलेक्सिया की तरह ही डिसकैलकुलिया से सिर्फ 7 प्रतिशत आबादी ही पीड़ित है। डिसकैलकुलिया से पीड़ित बच्चों को गणित खासकर अंकगणित सीखने में कठिनाई होती है। उन्हें समय और माप की गणना करने में कठिनाई होती है। हालांकि ऐसे बच्चों को सिर्फ गणना में समस्या आती है बाकी विषयों में वे अच्छे होते हैं। ऐसे बच्चों की लिखावट, पढ़ाई और बोलने का कौशल सामान्य हो सकता है और उनका बुद्धि स्तर सामान्य होता है। यह विकार मस्तिष्क के कुछ हिस्सों में हुए नुकसान का परिणाम होता है। लेकिन संज्ञानात्मक विकास से संबंधित इस डिसआर्डर की लोग अक्सर उपेक्षा करते हैं।
तंत्रिका विज्ञान संबंधित इस अनुसंधान से पता चलता है कि सरल संख्या के अवधारणाओं को मजबूत करने के लिए किस तरह की मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसे उचित तरीके से विशेष रूप से डिजाइन किये गए शिक्षण योजनाओं से प्राप्त किया जा सकता है जिसे गेम की तरह सॉफ्टवेयर से समर्थन प्रदान किया जाता है जो शिक्षार्थी के सीखने के मौजूदा स्तर के अनुकूल बनाता है।
यूसीएल इंस्टीच्यूट ऑफ कोगनिटिव न्यूरोसाइंस में सेंटर फॉर एजुकेशनल न्यूरोसाइंस (सीईएन) के सदस्य और इस अध्ययन के सहअनुसंधानकर्ता प्रोफेसर ब्रायन बटरवर्थ कहते हैं, ‘‘डिसकैलकुलिया व्यक्ति को डिसलेक्सिया की तरह ही विकलांग बनाता है। फिर भी सिर्फ शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर ही इस डिसआर्डर पर सरसरी संदर्भ दिये गये हैं लेकिन शिक्षार्थी, शिक्षक या माता-पिता की सहायता के लिए कोई सलाह नहीं दिये गये हैं क्योंकि सरकार इस बीमारी के अस्तित्व को स्वीकार करना नहीं चाहती। ’’
डिसलेक्सिया की तरह ही, डिसकैलकुलिया वैसी स्थिति है बच्चा जिसके साथ ही पैदा होता है और यह अधिकतर मामलों में वंशानुगत हो सकता है। जुड़वा बच्चों और विशेष आबादी पर किये गए अनुसंधानों से पता चलता है कि अंकगणितीय विकलांगता एक बड़ा आनुवांशिक घटक है, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार जीन की पहचान नहीं की गयी है।
यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के इंस्टीच्यूट ऑफ एजुकेशन (आईओई) के सीईएन के सदस्य और सह शोधकर्ता प्रोफेसर डायना लौरीलार्ड कहती हैं, ‘‘डिसकैलकुलिया के आनुवांशिक होने का मतलब यह नहीं है कि इसके लिए कुछ नहीं किया जा सकता। डिसलेक्सिया की तरह ही विशेष शिक्षण से इसमें मदद मिल सकती है। आईओई में विकसित सॉफ्टवेयर से डिसकैलकुलिया से पीड़ित बच्चों को सहायता मिल सकती है। मस्तिश्क अनुसंधान पर आधारित इस अनुसंधान से पता चलता है कि मस्तिश्क में वास्तव में क्या समस्या है।’’
प्रोफेसर लौरीलार्ड कहते हैं, ‘‘तंत्रिका विज्ञान और विकासात्मक मनोविज्ञान के परिणाम हमें बताते हैं कि डिसकैलकुलिया से पीड़ित शिक्षार्थी को सामान्य शिक्षार्थियों की तुलना में अधिक संख्या में कार्य अभ्यास करने की जरूरत है। एडेप्टिव, गेम की तरह प्रोग्राम जो संख्याओं को सार्थक बनाने पर बल देते हैं, स्कूल से अलग शिक्षार्थियों को सीखने में सहायता कर सकते हैं और अंकगणित को हल करने में आवयक बुनियादी समझ को विकसित कर सकते हैं। इस शोध को सुप्रसिद्ध साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है।