Saturday, October 15, 2011

अदभुत है संघ परिवार जिसे कभी प्रचार का पर्चा नहीं बनाने नहीं दिया जाता है और अपने बलिदान और राष्ट्रहित कार्य का कोई पुरस्कार नहीं मांगती न प्रचार करती है

संघ परिवार

मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उससे जुड़े संगठनों को हीं संक्षेप में संघ परिवार कहा जाता है। ये वैसे संगठन हैं जिनकी अपनी स्वतंत्र पहचान है,नीतियां हैं और कार्यक्रम भी हैं। लेकिन मूलतः ये सभी संगठन विचारधारा के मामले में संघ से हीं अनुप्राणित होते रहते हैं। संघ से जुड़े ऐसे पंजीकृत संगठनों की संख्या चालीस से ऊपर है। संघ में इन्हें अनुषंगिक संगठन कहा जाता है। संघ परिवार शब्द का उपयोग अधिकतर मीडिया वाले करते है। वस्तुतः इन संगठनों में प्रमुख लोग वहीं होते हैं जो संघ से भेजे जाते हैं। इनमें अधिकांश जीवनदानी सदस्य होते हैं जिन्हें बोलचाल की भाषा में प्रचारक कहा जाता है। ऐसे प्रचारक संघ परिवार के संगठनों में संगठनात्मक कार्य देखते हैं। वे परदे के पीछे रहकर सांगठनिक कार्यों को अंजाम देते हैं। संघ की त्रैमासिक और सलाना बैठकों में ऐसे तमाम संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेते हैं और अपने भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा तैयार करते हैं। ऐसी बैठकों को प्रतिनिधि सभा की बैठक कहा जाता है। संगठन के प्रमुख प्रतिनिधि इसमें अपने कार्यो का वृत प्रस्तुत करते हैं।

No comments:

Post a Comment