टाटा देगी लोगों को 32,000 रुपये में घर
नई दिल्ली. लखटकिया कार नैनो पेश करने के बाद टाटा समूह अब 32,000 रुपये की कीमत वाला घर पेश करने की तैयारी में है. समूह ने ग्रामीण बाजार को ध्यान में रखकर सस्ते आवास की योजना बनाई है. इसे अगले साल के अंत तक पेश किया जा सकता है.टाटा स्टील के वैश्विक शोध कार्यक्रम के प्रमुख सुमितेश दास ने कहा कि फिलहाल, आवास परियोजना देश के भर के 30 स्थानों पर प्रायोगिक स्तर पर है. फिलहाल हम कायर बोर्ड, जूट बोर्ड जैसी विभिन्न एजेंसियों तथा राज्य सरकारों से बातचीत कर रहे हैं.
आवास का निर्माण पहले से तैयार सामान के आधार (प्री-फैब्रिकेटेड फारमेट) पर किया जाएगा जिसके तहत कंपनी छत, दरवाजा, खिड़की जैसे सामान से युक्त किट उपलब्ध कराएगी. इसके आधार पर मकान को खड़ा किया जा सकता है.
बेस्ट प्रैक्टिसेस आफ इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी मैनेजमेंट पर आयोजित सम्मेलन में दास ने कहा कि अगर आपके पास जमीन है तो इस आवास को सात दिन में बना सकते हैं. 20 वर्ग मीटर के माडल पर आधारित सीधा छत की लागत करीब 500 यूरो (करीब 32,000 रुपए) होगी। उन्होंने कहा कि उन्नत 30 वर्ग मीटर माडल पर खर्च 700 यूरो आएगा. इंदिरा आवास योजना का यही माडल है. दास ने कहा कि इसी प्रकार, घर की छत पर सौर पैनल युक्त कई और माडल हो सकते हैं.
2001 की जनगणना के अनुसार देश में 1.48 करोड़ ग्रामीण आवास की कमी है. इस लिहाज से टाटा की योजना काफी सफल हो सकती है. परियोजना के बारे में विस्तार से बताते हुए सुमितेश दास ने कहा कि इस साल के अंत तक कंपनी को विनिर्माताओं, आपूर्तिकताओं तथा विभिन्न पंचायतों जैसे संबंधित पक्षों के विचार मिल जाएंगे.
उन्होंने कहा कि पहली पायलट परियोजना में हमने लोगों की रुचि बरामदे में देखी जिसे हमने शामिल कर दिया. हमारा मानना है कि अगर हम इसे शामिल करते हैं तो बिक्री काफी होगी. हमें इस बारे में पंचायत की राय की जरूरत है जो हमारे अंतिम ग्राहक हैं.
दास ने कहा कि हमारे पास प्रौद्योगिकी है लेकिन हमारे पास उद्यमी नहीं है. इसीलिए हमें ऐसे लोगों की तलाश है जो निवेश कर सके और हमारे लिए उत्पाद बना सके. उन्होंने कहा कि ऐसे घर 20 साल तक चल सकते हैं. और अनुसंधान कर मियाद बढ़ाई भी जा सकती है.
No comments:
Post a Comment