Monday, October 5, 2015

the Sensex & the Nifty? & Bse and Nse

Today giving you a big knowledge of share market that is also a very important gk...............

The Sensex is an "index". What is an index? An index is
basically an indicator. It gives you a general idea about
whether most of the stocks have gone up or most of the
stocks have gone down.
The Sensex is an indicator of all the major companies of the
BSE.
The Nifty is an indicator of all the major companies of the
NSE.
If the Sensex goes up, it means that the prices of the
stocks of most of the major companies on the BSE have
gone up. If the Sensex goes down, this tells you that the
stock price of most of the major stocks on the BSE have
gone down.
Just like the Sensex represents the top stocks of the BSE,
the Nifty represents the top stocks of the NSE.
Just in case you are confused, the BSE, is the Bombay
Stock Exchange and the NSE is the National Stock
Exchange. The BSE is situated at Bombay and the NSE is
situated at Delhi. These are the major stock exchanges in
the country. There are other stock exchanges like the
Calcutta Stock Exchange etc. but they are not as popular as
the BSE and the NSE.Most of the stock trading in the
country is done though the BSE & the NSE.
Besides Sensex and the Nifty there are many other indexes.
There is an index that gives you an idea about whether the
mid-cap stocks go up and down. This is called the “BSE
Mid-cap Index”. There are many other types of indexes.
There is an index for the metal stocks. There is an index for
the FMCG stocks. There is an index for the automobile
stocks etc.

Sunday, October 4, 2015

SBI Mobile Banking Activation Procedure


SMS Based
Getting User ID - Send SMS " MBSREG " to
9223440000 . You will get a User ID and default
MPIN
Change MPIN – It is mandatory for the
customer to change the MPIN. "Smpin UserId Old
Mpin New Mpin "Send following SMS to 9223440000
Register at ATM - You will be required to register for
the service on ATM or at your Branch. Please ensure
that you have changed your MPIN before registering
at the ATM. Go to ATM and after swiping your Debit
Card choose Mobile Registration–Enter your ATM PIN-
Mobile Banking – Registration – Enter your mobile
number.- Choose yes after ensuring the correctness of
the entry - Then the Mobile Number entered by you is
displayed- Choose Confirm. You will get a SMS
regarding successful
registration.
To Get MMID for your Account. Send " MMID SBI" to
9223440000
Balance Enquiry Send following SMS to 9223440000
"Sbal UserId Mpin"
Mini statement Send following SMS to
9223440000"Smin UserId Mpin"
Fund Transfer through IMPS ( Click to Know more
about IMPS )
Based on Beneficiary’s Mobile number and MMID
(Mobile Money ID) .
For making a funds Transfer, send following SMS to
9223440000: " IMPS Mobile No MMID amount User
ID MPIN Purpose(optional field- up to 20 char-Alpha
numeric)" .
Ex. " IMPS 9245807077 9226589 5000 jid569 458962
loanpayment "
MOBILE TOP UP
Send following SMS to 9223440000
Stopup><UserId><Mpin><Service provider name of the
mobile no to be topped><Mob no ><Amount>
Ex. " STOPUP kde254 458723 vodafone 9245723659
101 "
Application Based
Canbe used through SMS or GPRS. GPRS is cheaper
than SMS.
Get User ID - Send SMS " MBSREG " to
9223440000 . You will get a User ID and default
MPIN
Download the mobile banking application Click to
download
Change the MPIN : click on icon SBI
Freedom. Enter your User ID. Click on the
Option .Choose Login .You will be
prompted to change the MPIN.
Activation of your service at ATM Go to ATM and after
swiping your Debit Card choose Services – Mobile
Registration > Mobile Banking > Registration –
Register and then give your mobile number.You will
get a SMS regarding activation of your account.
Set your mobile phone time.
Change the communication channel to GPRS .Open SBI
Freedom Application, Go to Settings > Change channel
> Select GPRS.
To Get MMID for your Account. Send " MMID SBI" to
9223440000
Call for Help:
1800 -11- 2211

Saturday, October 3, 2015

कृष्ण भगवान की माया

एक पंडित था, वो रोज घर घर जाके भगवत गीता का पाठ करता
था |एक दिन उसे एक चोर ने पकड़ लिया और उसे कहा तेरे पास
जो कुछ भी है मुझे दे दो ,तब वो पंडित जी बोला की बेटा मेरे
पास कुछ भी नहीं है,तुम एक काम करना मैं यहीं पड़ोस के घर मैं
जाके भगवत गीता का पाठ करता हूँ,वो यजमान बहुत दानी
लोग हैं, जब मैं कथा सुना रहा होऊंगातुम उनके घर में जाके चोरी
कर लेना!चोर मान गयाअगले दिन जब पंडित जी कथा सुना रहे थे
तब वो चोर भी वहां आ गया तब पंडित जी बोले की यहाँ से
मीलों दूर एक गाँव है वृन्दावन, वहां पे एक लड़का आता है
जिसका नाम कान्हा है,वो हीरों जवाहरातों से लदा रहता
है,अगर कोई लूटना चाहता है तो उसको लूटो वो रोज रात को
इस पीपल के पेड़ केनीचे आता है,। जिसके आस पास बहुत सी
झाडिया हैं चोर ने ये सुना और ख़ुशी ख़ुशी वहां से चला गया!वो
चोर अपने घर गया और अपनी बीवी से बोला आज मैं एक कान्हा
नाम के बच्चे कोलुटने जा रहा हूँ ,मुझे रास्ते में खाने के लिए कुछ
बांध कर दे दो ,पत्नी ने कुछ सत्तू उसको दे दियाऔर कहा की
बस यही है जो कुछ भी है,चोर वहां से ये संकल्प लेके चला कि अब
तो में उस कान्हा को लुट के ही आऊंगा,वो बेचारा पैदल ही
पैदल टूटे चप्पल में ही वहां से चल पड़ा, रास्ते में बस कान्हा का
नाम लेते हुए, वो अगले दिन शाम को वहां पहुंचा जो जगह
उसेपंडित जी ने बताई थी!अब वहां पहुँच के उसने सोचा कि अगर
में यहीं सामने खड़ा हो गया तो बच्चा मुझे देख करभाग जायेगा
तो मेरा यहाँ आना बेकार हो जायेगा,इसलिए उसने सोचा क्यूँ न
पास वाली झाड़ियों में ही छुप जाऊँ,वो जैसे ही झाड़ियों में
घुसा, झाड़ियों के कांटे उसे चुभने लगे!उस समय उसके मुंह से एक ही
आवाज आयी...कान्हा, कान्हा , उसका शरीर लहू लुहान हो
गया पर मुंह से सिर्फ यही निकला,कि कान्हा आ जाओ!
कान्हा आ जाओ!अपने भक्त की ऐसी दशा देख के कान्हा जी
चल पड़ेतभी रुक्मणी जी बोली कि प्रभु कहाँ जा रहे हो वो
आपको लूट लेगा!प्रभु बोले कि कोई बात नहीं अपने ऐसे भक्तों
के लिए तो मैं लुट जाना तो क्यामिट जाना भी पसंद करूँगा!
और ठाकुर जी बच्चे का रूप बना के आधी रात को वहां आए वो
जैसे ही पेड़ के पास पहुंचेचोर एक दम से बहार आ गया और उन्हें
पकड़ लिया और बोला किओ कान्हा तुने मुझे बहुत दुखी किया
है, अब ये चाकू देख रहा है न, अब चुपचाप अपनेसारे गहने मुझे दे
दे...कान्हा जी ने हँसते हुए उसे सब कुछ दे दिया!वो चोर हंसी
ख़ुशी अगले दिन अपने गाँव में वापिस पहुंचा,और सबसे पहले उसी
जगह गया जहाँ पे वो पंडित जी कथा सुना रहे थे,और जितने भी
गहने वो चोरी करके लाया था उनका आधा उसने पंडित जी
केचरणों में रख दिया!जब पंडित ने पूछा कि ये क्या है, तब उसने
कहा आपने ही मुझे उस कान्हा का पता दिया थामैं उसको लूट
के आया हूँ, और ये आपका हिस्सा है , पंडित ने सुना और उसे
यकीन हीनहीं हुआ!वो बोला कि मैं इतने सालों से पंडिताई कर
रहा हूँवो मुझे आज तक नहीं मिला, तुझ जैसे पापी को कान्हा
कहाँ से मिल सकता है!चोर के बार बार कहने पर पंडित बोला
कि चल में भी चलता हूँ तेरे साथ वहां पर,मुझे भी दिखा कि
कान्हा कैसा दिखता है, और वो दोनों चल दिए!चोर ने पंडित
जी को कहा कि आओ मेरे साथ यहाँ पे छुप जाओ,और दोनों का
शरीर लहू लुहान हो गया और मुंह से बस एक ही आवाज
निकलीकान्हा, कान्हा, आ जाओ!ठीक मध्य रात्रि कान्हा
जी बच्चे के रूप में फिर वहीँ आये ,और दोनों झाड़ियों से बहार
निकल आये!पंडित जी कि आँखों में आंसू थे वो फूट फूट के रोने लग
गया, और जाके चोर के चरणों में गिर गया और बोला कि हम
जिसे आज तक देखने के लिए तरसते रहे, जो आज तक लोगो को
लुटता आया है, तुमने उसे ही लूट लिया तुम धन्य हो,आज तुम्हारी
वजह से मुझे कान्हा के दर्शन हुए हैं,तुम धन्य हो......!!