Friday, March 20, 2015

इन 8 टूल्स से बचाएँ अपने इंटरनेट प्लान का पैसा

अगर आप अपने मोबाइल 3जी कनेक्शन्स पर पैसा बचाना शुरू कर दें तो
काफी हद तक पैसा बचा सकते हैं। कई सारे प्रीपेड मोबाइल डेटा प्लान्स
एक प्रीसेट डेटा लिमिट के साथ आते हैं। अगर आपने इनकी तरफ लापरवाही
बरती तो आप अपना सारा बैलेंस गंवा बैठेंगे।
आपके प्लान के मुताबहिक अगर आपके पोस्टपेड प्लान पर मंथली डेटा का
कोटा जरा ऊपर चला गया, तो आपको एक्स्ट्रा चार्ज भी किया जा
सकता है। आसपास बढ़ते स्मार्टफोन्स के दौर में, तेज़ होती सोशल
नेटवर्किंग, गेमिंग, ऑडियो-विडियो स्ट्रीमिंग और ऐसे ऐप्स जिनमें
कॉन्सटेंट डेटा कनेक्टिविटी चाहिए, बिल का पहाड़ खड़ा कर देते हैं।
घर के ब्रॉडबैंड कनेक्शन्स की तो कहानी ही जुदा है। सभी ब्रॉडबैंड
प्लान्स एक स्पेसिफाइड डेटा लिमिट या FUP (फेयर यूज पॉलिसी) के
साथ आते हैं। FUP जितनी इजाज़त देती है, उससे ज्यादा का इस्तेमाल
आपकी स्पीड को 256 केबीपीएस पर ला खड़ा करेगा।
डेटा तो जितने की जरूरत आमतौर पर पड़ती है उतना लगेगा ही, लेकिन डेटा
यूज को ट्रैक किया जा सकता है, डेटा खाने वाली ऐप्स को पहचाना जा
सकता है और अलार्म्स सेट किये जा सकते हैं। अगर आपको चाहिए एक
दमदार ट्रैकर तो करण बजाज और हितेश राज भगत के बताए इन ऑप्शन्स पर
सोच सकते हैं

Thursday, March 5, 2015

वैज्ञानिको ने ढूंढ निकला समुद्र मंथन का पर्वत

वैज्ञानिको ने ढूंढ निकला समुद्र मंथन का पर्वत

समुद्र मंथन का पर्वत
अगर आप समझते हैं कि पौराणिक लोक कथा केवल कल्पना होती हैं
तो समुद्र मंथन के साथ ऐसा नहीं. वैज्ञानिक यह सिद्ध करते हैं कि सचमुच ये
समुद्र मंथन हुआ था. अगर आपको इन बातो का यकीन ना हो तो इसे
पूरा पढ़ें. समुद्रमंथन देवताओं और दानवों के बीच हुआ था जिसमें देवताओं और
दानवों ने वासुकि नाग को मन्दराचल पर्वत पर लपेटकर समुद्र मंथन
किया था.
गुजरात के दक्षिण मैं समुद्र में समुद्रमंथन वाला वही पर्वत मिला है.
वैज्ञानिक ने परीक्षण के आधार पर इस बात
की पुष्टि भी की जा चुकी है. पिंजरत नाम के गांव के समुद्र में मिला पर्वत
बिहार के भागलपुर में विराजित मूल मांधार शिखर जैसा ही है. गुजरात-
बिहार दोनों का पर्वत एक जैसा ही है. दोनों ही पर्वत में ग्रेनाइट–
की मात्रा बहुत है. इस पर्वत के बीचों-बीच नाग
देवता आकृति भी मिली है.
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गुजरात मैं द्वारका के पास ही देवताओं और राक्षसों ने अमृत के लिए समुद्र
मंथन किया था. मंथन के लिए मन्दराचल नाम के पर्वत का उपयोग
किया था. समुद्र मंथन के दौरान विष भी निकला था, जिसे भगवान
महादेव ने ग्रहण कर लिया था. सामान्यत: समुद्र में मिलने वाले पर्वत ऐसे
नहीं होते. सूरत के आॉर्कियोलॉजिस्ट मितुल त्रिवेदी ने पर्वत का कार्बन
टेस्ट के परीक्षण के बाद यह निष्कर्ष निकाला है. उन्होंने यह
दावा किया है कि यह समुद्रमंथन वाला ही पर्वत है. और अब इसके समर्थन में
अब कई प्रमाण भी मिलने लगे हैं. ओशनोलॉजी ने अपनी वेबसाइट पर इस
तथ्य पर आधिकारिक रूप से पुष्टि भी की है.
Read : रामायण काल के राम सेतु मैं प्रयोग किये पत्थरों का वैज्ञानिक
पहलू सामने आया
सूरत से लगे पिंजरत गांव के समुद्र में 1988 में प्राचीन कृष्ण
की द्वारकानगरी के अवशेष मिले थे. डॉ. एस.आर.राव इस साइट पर
शोधकार्य कर रहे थे. और सूरत के मितुल त्रिवेदी उनके साथ थे. विशेष कैप्सूल
में डॉ. राव के साथ मितुल त्रिवेदी समुद्र के अंदर 800 मीटर की गहराई तक
गए थे. तब समुद्र के गर्भ में एक पर्वत मिला था. इस पर्वत पर घिसाव के
निशान भी नजर आए. ओशनोलॉजी डिपार्टमेंट ने पर्वत के गहन अध्ययन शुरू
किया. पहले ये माना गया कि घिसाव के निशान जलतरंगों के हो सकते हैं.
विशेष कार्बन टेस्ट किए जाने के बाद पता चला कि यह पर्वत मांधार पर्वत
है. पौराणिक काल में समुद्रमंथन के लिए इस्तेमाल हुआ पर्वत है. दो वर्ष पहले
ये जानकारी सामने आई, परन्तु प्रमाण अब मिल रहे हैं.
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ओशनोलॉजी डिपार्टमेंट ने वेबसाइट पर 50 मिनट का एक
वीडियो जारी किया है. इसमें पिंजरत गांव के समुद्र से दक्षिण में 125
किलोमीटर दूर 800 की गहराई में समुद्रमंथन के पर्वत मिलने की बात
भी कही है. इस वीडियो में द्वारकानगरी के अवशेष की भी जानकारी है.
इसके अलावा वेबसाइट पर एशियन्ट द्वारका के आलेख में
ओशनोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा भी इस तथ्य की पुष्टि की गई है.

New richest person in India

Dilip Sanghvi
Pharma tycoon Dilip Shanghvi on Wednesday surpassed Mukesh
Ambani as the world's richest Indian with a net worth of $21.5 billion --
within two days of Reliance Industries chief being ranked India's
wealthiest for 8th year.
As per a 'real time' update from business magazine Forbes, known for
its annual rich lists, Sun Pharma Group's Shanghvi was ranked richest
Indian, followed by Mukesh Ambani and tech czar Azim Premji at
second and third positions, respectively, among Indians.
On the global rich list, Shanghvi today moved up to 37th position,
while Ambani slipped to 43rd position.
Earlier on Monday, Forbes had released its annual Rich List for 2015,
wherein Ambani was ranked 39th -- highest among Indians -- while
Shanghvi was at 44th place. Premji was ranked 48th on that list, from
which he has moved up one place now.
Shanghvi's networth today stood at $21.5 billion, following a sharp
rally in share prices of his group companies, while that of Ambani was
$20.4 billion.
The Annual Rich List had put Ambani's wealth at $21 billion, based on
share prices and exchange rates as on February 13. Ambani has been
ranked as richest Indian for eight consecutive years now on the
Forbes' annual rich lists, even as his ranking has come down sharply
from among top-ten positions globally earlier.