सच्चा पर्ण-विरुद्ध-स्वार्थी भ्रम
कुछ स्वार्थी लोग देश मे लोगो के दिलो मे पैदा हुए देश भक्ति के जज्बे का गलत फायदा उठाना चाहते है,बिना वजह के आन्दोलन व धरने प्रदर्शन कर के,देश में फिर से जन्मे क्रांतिकारियों की शक्ति को कम या खतम करना चाहते है,ताकि आने वाले समय मे स्वामी रामदेव जी महाराज के आंदोलनों में लोग ज्यादा भाग न ले सके लोग परेशान हो जाये इन आंदोलनों से,
अगर ये लोग सच्चे दिल से माँ भारती के लिए कुछ करना चाहते है तो खुल कर बोले और सीधे भ्रष्टाचारियो पर चोट करे,आज देश के 65 साल मे इतने बुरे हालत है कि 84 करोड़ लोग दिन का गुजरा मात्र 20 रूपये मे करते हो,लाखो किसान आत्म हत्या करे,लाखो बच्चे भूख से मरे,विदेशो मे ''काला धन'' आपार मात्रा मे जमा हुआ हो,स्वदेशी उद्योग खतम होने कि कगार पर है.विदेशी कंपनियों कि लुट का बोलबाल चारो और है,ये किस के राज मे हुआ है??जरा ये लोग खुल कर जवाब दे आज देश का युवा आमने सामने कि लड़ाई चाहता है,ना कि घोल मोल क्रांति जिस का आधार का पता ही ना हो और ना मंजिल का,
आप सब क्रांतिकारियों से निवेदन है कि अपनी उर्जा का सदउपयोग स्वामी जी के साथ एक शश्क्त राष्ट्र निर्माण के आन्दोलन मे लगाये,
जय माँ भारती
इंकलाब जिंदाबाद
कुछ स्वार्थी लोग देश मे लोगो के दिलो मे पैदा हुए देश भक्ति के जज्बे का गलत फायदा उठाना चाहते है,बिना वजह के आन्दोलन व धरने प्रदर्शन कर के,देश में फिर से जन्मे क्रांतिकारियों की शक्ति को कम या खतम करना चाहते है,ताकि आने वाले समय मे स्वामी रामदेव जी महाराज के आंदोलनों में लोग ज्यादा भाग न ले सके लोग परेशान हो जाये इन आंदोलनों से,
अगर ये लोग सच्चे दिल से माँ भारती के लिए कुछ करना चाहते है तो खुल कर बोले और सीधे भ्रष्टाचारियो पर चोट करे,आज देश के 65 साल मे इतने बुरे हालत है कि 84 करोड़ लोग दिन का गुजरा मात्र 20 रूपये मे करते हो,लाखो किसान आत्म हत्या करे,लाखो बच्चे भूख से मरे,विदेशो मे ''काला धन'' आपार मात्रा मे जमा हुआ हो,स्वदेशी उद्योग खतम होने कि कगार पर है.विदेशी कंपनियों कि लुट का बोलबाल चारो और है,ये किस के राज मे हुआ है??जरा ये लोग खुल कर जवाब दे आज देश का युवा आमने सामने कि लड़ाई चाहता है,ना कि घोल मोल क्रांति जिस का आधार का पता ही ना हो और ना मंजिल का,
आप सब क्रांतिकारियों से निवेदन है कि अपनी उर्जा का सदउपयोग स्वामी जी के साथ एक शश्क्त राष्ट्र निर्माण के आन्दोलन मे लगाये,
जय माँ भारती
इंकलाब जिंदाबाद
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