Thursday, October 13, 2011

बजरंगबली के इतिहास के बारे में आज हमारे देश में मात्र १% लोग ही जानते है क्योंकि हम विदेशी शिक्षा के आदि हो चुके है और देश की विशेषता जो बजरंगबली की है उनकी ताकत का रहस्य वो अब शायद जानकारी और विदेशी घटिया शिक्षा जो हमारे जीवन में कभी काम नहीं आती वो हम रोज रटा मरते है और भूल जाते है क्योंकि जीवन में उसका कोई आधार नहीं बस दिमाग की फजीहत


जय जय बजरंगी महावीर-हे संकटमोचन हरो पीर

अतुलित बलशाली तव काया ---- गति पिता पवन का अपनाया
शंकर से देवी गुन पाया --------------शिव पवन पूत हे धीर वीर -
जय जय बजरंगी महावीर
दुखभंजन सबके दुःख हरते -----------आरात्जन की सेवा करते,
पलभर बिलम्ब नाही करते ----- -जब जब भगतन पर पड़े भीर
जय जय बजरंगी महावीर
जब जामवंत ने ज्ञान दिया -- -सिय खोजन तूम स्वीकार किया
सत योजन सागर पार किया ------- -देखा जब रघुबंरको अधीर
जय जय बजरंगी महावीर
शठ रावण त्रास दिया सिय को , भयभीत भई मईया जिय सो .
मांगी कर जोर अगन तरु सो -------- -दे मुदरी माँ को दियो धीर
जय जय बजरंगी महाबीर
लागा लछमन को शक्ति बान --- -अति दुखी हुए तब बन्धु राम
कपि तुम साचे सेवक समान ------------लाये बूटी मय द्रोंनगीर
जय जय बजरंगी महावीर
हम पर भी कृपा करो देवा --------दो भक्ति-दान सबको देवा
है पास न अपने फल मेवा -------- स्वीकारो स्वामी नयन नीर

जय जय बजरंगी महाबीर हे संकटमोचन हरो

No comments:

Post a Comment